मेरे नाविक बन जाओ न
😜❤️❤️❤️ माना मैं नादान हूं तुम ही समझदार बन जाओ न बहस शुरू की मैंने खत्म तुम ही कर दो न थोड़ी सी इन सिक्योर हूं तुम कंफर्ट जोन में ले आओ न माना कदम लड़खड़ाते है मेरे जरा तुम हाथ थाम लो न माना तीखी मिर्ची हूं तुम मीठा हलवा बन जाओ न कैसे बढ़ेगी कश्ती आगे तुम मेरे नाविक बन जाओ न - शिवांगी पुरोहित #writer_sahiba