ऐसी कैसी ज़िन्दगी

जब मैं छोटी सी थी। पेड़ पर चढ़ने को मचलती थी।पिता डाँटते ये लड़को जैसी गलत मस्तियाँ है। माँ समझती। शाम को रसोई घर में ले जाती। और खाना पकाना सिखाती। कहती कोशिश करो।अगर तुम्हा...
एक योद्धा जिसमें हर कठिनाई से लड़ने का साहस है। 5 years, seven books, 200+ published articles. #writer_sahiba